Details, Fiction and mahavidya baglamukhi
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दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तंत्र मंत्र से ऐसे सभी कार्य संभव है जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। यहां तक कि तंत्र मंत्र से व्यक्ति अदृश्य भी हो सकता है और एक व्यक्ति के शरीर से दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश भी कर सकता है या फिर किसी से वशीकरण के द्वारा अपना मनचाहा काम करवा सकता है।
मां बगलामुखी की सिद्धि करने के लिए सबसे पहले आप बाजार से माता बगलामुखी की आकर्षक फोटो, बगलामुखी यंत्र, एक हल्दी की माला तथा पीले वस्त्र, बैठने के लिए पीला आसन और चौकी पर बिछाने के लिए पीला कपड़ा यह सभी सामग्री ले आए।
भक्त के बारे में फैली अफवाहों, आलोचनाओं और मानहानि को नष्ट करता है।
महाविद्या, पार्वती के दस आदि पराशक्तियों का रूप हैं। बगलामुखी, जिसे "दुश्मनों को शक्तिहीन बनाने वाली देवी" के रूप में जाना जाता है, हिंदू धर्म की दस महाविद्या की आठवीं देवी हैं। इसमें दुश्मनों को निस्तब्ध कराने और स्थिर कराने की क्षमता है। चूंकि वह सुनहरे/पीले रंग से संबंधित है, इसलिए उन्हें "पीतांबरी" के नाम से भी जाना जाता है। स्तम्बिनी देवी, जिन्हें ब्रह्मास्त्र रूपिनी के नाम से भी जाना जाता है, एक शक्तिशाली देवी हैं, जो अपने उपासकों को सहने वाली कठिनाइयों को नष्ट करने के लिए एक गदा या हथौड़े का इस्तेमाल करती हैं।
ॐ वगलामुख्यै विद्महे स्तम्भिन्यै धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्
मां बगलामुखी यंत्र चमत्कारी सफलता तथा सभी प्रकार की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कहते हैं इस यंत्र में इतनी क्षमता है कि यह भयंकर तूफान से भी टक्कर लेने में समर्थ है। माहात्म्य- सतयुग में एक समय भीषण तूफान उठा। इसके परिणामों से चिंतित हो भगवान विष्णु ने तप करने की ठानी। उन्होंने सौराष्ट्र प्रदेश में हरिद्रा नामक सरोवर के किनारे कठोर तप किया। इसी तप के फलस्वरूप सरोवर में से भगवती बगलामुखी का अवतरण हुआ। हरिद्रा यानी हल्दी होता है। अत: माँ बगलामुखी के वस्त्र एवं पूजन सामग्री सभी पीले रंग के होते हैं। बगलामुखी मंत्र के जप के लिए भी हल्दी की माला का प्रयोग होता है।
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।
तंत्र की सबसे बड़ी देवी हैं मां बगलामुखी, कठिन समय में देती हैं संबल, पढ़ें पूजा की सावधानियां
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा
इसलिए साधना करते समय पीले रंग के वस्त्र ही पहने। इसके अलावा साधना काल मे बिना चीनी, नमक के उपवास रहे या फिर फलाहार ही करें। मां बगलामुखी सात्विक देवी है, इसलिए किसी भी प्रकार के मांस मदिरा का सेवन ना करें।
हेमावांगरूचि शशांक मुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम्
To save the ancient cultural custom of Vedic religion, it truly is our ultimate obligation to safeguard get more info the virtues of sages. Accountability is usually necessary for the culture that responses the thoughts from the mysteries of the world by way of intelligence and logic.
ॐ ह्ल्रीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्ल्रीं ॐ स्वाहा॥